लेखनी कहानी -01-Sep-2022 सौंदर्या का अवतरण का चौथा भाग भाग 5, भाग-6 भाग 7 रक्षा का भारत आना ८भाग २१भ

४६-चेकअप कर डॉक्टर ने लिखें टेस्ट

 श्रवन के निकलते ही दीपक ने  नर्स से पूछा- कि टेस्ट के लिए बिलिंग कहां करानी है, उसने बताया कि काउंटर नंबर चार पर  जाइए। वहां पर सारे टेस्ट की बिलिंग हो जाएगी‌ बिलिंग कराने के बाद वहीं से आपको रूम नंबर मिल जाएगा, जहां जहां की टेस्टिंग हो। उसी रूम में जाकर सारी टेस्टिंग करा दीजिएगा, और अगले दिन आकर रिपोर्ट ले लीजिएगा। रिपोर्ट कलेक्ट करने के बाद ही आप डॉक्टर से मिल लीजिएगा। डॉक्टर को सारी रिपोर्ट दिखा दीजिएगा। दीपक ने नर्स को थैंक यू बोला। और वह काउंटर नंबर 4 की ओर चला गया। वहां जाकर उसने बिलिंग करा ली, जो जो पैसे जमा करने थे वह पैसे वहां पर दीपक ने जमा किए। अभी रानी को उसने डॉक्टर के रूम के बाहर ही बैठा छोड़ दिया था।  दीपक ने कहा- कि तुम यहीं बैठी रहो मैं सारे काम करके आता हूं। फिर जहां पर तुम्हारे टेस्ट कराने होंगे वहां लेकर तुम्हें चलूंगा। रानी ने कहा- ठीक है, आप पैसे जमा करके आइए। दीपक काउंटर नंबर चार पर पहुंचा, तो काफी भीड़ लगी हुई थी। दीपक भी उस लाइन में खड़ा हो गया, और अपनी बारी का इंतजार करने लगा। जब दीपक की बारी आई तब उसने सारे टेस्ट का अमाउंट जमा किया, और रानी को लेकर अलग-अलग कमरों में टेस्ट कराने पहुंचा। किसी कमरे में जाकर ब्लड के सैंपल्स देने थे, किसी कमरे में अल्ट्रासाउंड करवाना था, और किसी कमरे में एक्स-रे करवाना था। सभी जगह बड़ी भीड़ लगी हुई थी। सभी जगह लाइन में रहकर दीपक ने सारे टेस्ट करवाये। टेस्ट करवाने में काफी समय लगा। दोपहर भी हो चुकी थी। दीपक और रानी को भूख लग रही थी। वह दोनों भूख से व्याकुल हो रहे थे। सभी टेस्ट कराने के बाद दीपक ने रानी से कहा-कि अब हमें कुछ खा लेना चाहिए। हां, रानी ने कहा- मुझे बहुत जोर से भूख लगी है। सुबह से आपने भी कुछ नहीं खाया है। चलिए हम बाहर चलके कुछ खा लेते हैं।

दीपक और रानी दोनों अस्पताल से बाहर निकलते हैं। दूर निकल कर एक अच्छे रेस्टोरेंट में जाकर बैठते हैं। दीपक ने कहा- सबसे पहले कुछ पीने के लिए मंगा लेते हैं, क्योंकि प्यास भी बहुत तेज लगी हुई है। फिर दीपक ने रानी से कहा- कि लस्सी मंंगा लेते हैं। रानी ने कहा ठीक है, सुनिए......पानी भी मंगा लीजिए ठीक रहेगा। दीपक ने बेटर को बुलाकर उससे पानी और दो गिलास लस्सी लाने को कहा- दीपक ने बेटर से कहा- कि पहले पानी दे जाओ उसके बाद लस्सी  लेकर आओ, लस्सी जरा बढ़िया क्वालिटी की बनवा कर लाना। बेटर ने कहा- हां जी सर। अब पानी लेने चला गया, पहले उसने पानी ला कर रखा और उसके बाद लस्सी लेने के लिए चला गया। दोनों को बहुत प्यास लगी थी दोनों ने तुरंत ठंडे पानी को पिया जिससे कि  उनका मन तृप्त हो गया। गर्मी के मौसम में पानी तो जीवन के समान है। दोनों ने ठंडा ठंडा पानी पीकर सुकून की सांस भरी बड़ा अच्छा फील हो रहा था उन दोनों को। इतने में ‍ बेटर दो गिलास लस्सी के लेकर के आया। वेटर ने लस्सी के एक एक गिलास दोनों के सम्मुख रख दिये और वहां से चला गया। रानी और दीपक  दोनों ही लस्सी पीने लगे। तभी रानी मैं कहा- कि कुछ खाने के लिए भी मंगा लेते तो अच्छा हो जाएगा। थोड़ा पेट भी भर जाएगा। दीपक ने कहा- लस्सी पी लो, उसके बाद में छोले भटूरे मंगाता हूं। फिर आराम से खाएंगे पेट भर जाएगा तो खाने की जरूरत खत्म हो जाएगी। रानी बोली- हां यह ठीक रहेगा। लस्सी पीते पीते दीपक  ने बेटर को बुला कर दो प्लेट छोले भटूरे का ऑर्डर दे दिया। बेटर छोले भटूरे लेने चला गया, दीपक और रानी लस्सी पी रहे थे। लस्सी बड़ी टेस्टी थी, रानी बोली लस्सी पीकर तो मजा आ गया। भूख भी लग रही थी और प्यास भी। लस्सी  थी भी बड़ी टेस्टी। इधर लस्सी खत्म होने ही वाली थी कि बेटर छोले भटूरे की प्लेटस लेकर आ गया। रानी और दीपक दोनों बहुत भूखे थे। दोनों ने बड़े स्वाद के साथ छोले भटूरे का आनंद उठाया।  छोले भटूरे खा कर के दीपक ने पेमेंट क्लियर किया और दोनों उठकर रेस्टोरेंट के बाहर आए। और गाड़ी में बैठ कर अस्पताल की ओर बढ़ चले, क्योंकि अभी अस्पताल में एक टेस्ट और बाकी था। वह  अस्पताल के काफी नजदीक थे। और वह जल्दी ही अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल पहुंचकर उन्होंने बचा हुआ टेस्ट भी करवा दिया ।और दोनों घर की तरफ चल पड़े,कुछ ही देर में दोनों घर पहुंच गए।घर जाकर उन दोनों ने आराम किया क्योंकि काफी देर से अस्पताल में रहने के बाद बहुत थकान हो गई थी।

आज दीपक ने ऑफिस से छुट्टी ले ली थी, क्योंकि उसे पता था कि अस्पताल में बहुत टाइम लगने वाला है। तो आज दीपक घर पर ही था। दोनों आराम करने के लिए लेट गए और आपस में बात कर रहे थे, कि कल रिपोर्ट के बाद क्या होगा पता नहीं।  डॉक्टर साहब रिपोर्ट्स देखेंगे और बताएंगे कि क्या है क्या नहीं। रानी बोली इतने साल हो गए इंतजार करते हुए,मेरा तो दिल बैठा जा रहा है पता नहीं क्या होगा दीपक ने कहा- उम्मीद का दामन नहीं छोड़ना है। आशा का दीपक जलाएं रखो, हो सकता है। हमारे घर में भी रोशनी हो जाए और फिर अब तो कोई देर नहीं है ।रात भर की बात है। कल तो रिपोर्ट्स आ ही जाएगी तो डॉक्टर साहब बता ही देंगे। कि क्या है और कल तो मैं पुरानी रिपोर्ट्स भी लेकर चला जाऊंगा। दोनों रिपोर्ट देखकर डॉक्टर साहब बताएंगे कि  क्या स्थिति है और अब क्या करना है। चिंता मत करो। जो होगा सब अच्छा होगा भगवान पर भरोसा रखो। और अब शाम के खाने की तैयारी कर लो, दिन तो बाहर ही गुजर गया कम से कम शाम का खाना तो घर में खाया जाए। रानी बोली- जी मैं खाना बनाने की तैयारी करती हूं। बताइए, क्या खाएंगे। दीपक बोला- कुछ भी बना लो जो तुम्हारे मन में हो। रानी खाना बनाने के लिए उठी, और रसोई घर में चली गई। रसोई घर में जाकर उसमें दाल चावल सब्जी रोटी बनाई, क्योंकि सुबह तो छोले भटूरे खाए थे। वह पक्का खाना था तो इस वक्त अच्छा और आसानी से पचने वाला खाना ही खाना चाहिए। इसलिए उससे दाल चावल सब्जी रोटी ही बेहतर लगी,और उसने वही फटाफट बना डाली। दोनों आपस में बातचीत कर रहे थे ,दीपक टीवी देख रहा था। साथ में बातें भी कर रहा था। खाना तैयार हुआ और रानी ने खाना टेबल पर लगा दिया। खाना टेबल पर लगते ही दोनों खाना खाने बैठ गये। टेबल पर बैठकर दोनों ने साथ में खाना खाया ।खाना खाने के बाद कुछ देर टीवी देख कर दोनों सोने चले जाते हैं। अभी दोनों बिस्तर पर गए ही थे। कि इतने में श्रवन का फोन आ गया, दीपक ने श्रवन का फोन उठाया, और श्रवन से बात की। श्रवन ने पूरी बात पूछी- तो दीपक ने बताया कि डॉक्टर साहब ने बहुत सारे टेस्ट लिखे थे वह सब हमने करा दिए हैं, और कराने के बाद कल रिपोर्ट मिलेगी रिपोर्ट लेकर में डॉक्टर साहब के पास जाऊंगा। और पुरानी रिपोर्ट भी लेकर चला जाऊंगा। फिर डॉक्टर साहब को दिखाकर ही पता लगेगा कि आगे क्या करना है, और क्या है। देखते हैं, कल क्या होता है।डॉक्टर साहब क्या बताते हैं श्रवन ने कहा- आशा को बनाए रखिए और आशा की किरण चमकती रहनी चाहिए और मैं आशा करता हूं कि होपफुली सब अच्छा ही होगा। ऐसी मैं उम्मीद करता हूं, हो सकता है। तुम कल ही कुछ ऐसी न्यूज़ मुझे सुनाओ, जिससे मन को थोड़ी तसल्ली हो जाए। चलो अभी फोन रखता हूं।बहुत रात हो गई है, तुम भी सो जाओ और मैं भी सो जाता हूं। कल सुबह जब डॉक्टर के पास जाओगे उसके बाद मुझे बताना कि क्या बताया उन्होंने।

फोन पर बात करते सुनकर .....श्रेया ने श्रवन से पूछा- क्या दीपक से बात कर रहे थे।श्रवन ने कहा- हां तो श्रेया ने रानी की हालचाल पूछे और कहा- क्या हुआ रानी आज  डॉक्टर के यहां गई थी। तो श्रवण ने बताया कि अभी डॉक्टर ने चेकअप कराया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही डॉक्टर साहब कुछ बताएंगे। कल देखते हैं, कि दीपक को  डॉक्टर क्या बताएगा। उसके बाद सोचेंगे, कि अब क्या करना है।

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2 Comments

Bahut khoob 🙏🌺

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Gunjan Kamal

26-Sep-2022 10:28 AM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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